RUMORED BUZZ ON SHIV CHALISA LYRICS IN HINDI

Rumored Buzz on shiv chalisa lyrics in hindi

Rumored Buzz on shiv chalisa lyrics in hindi

Blog Article

अर्थ- जो कोई भी धूप, दीप, नैवेद्य चढाकर भगवान शंकर के सामने इस पाठ को सुनाता है, भगवान भोलेनाथ उसके जन्म-जन्मांतर के पापों का नाश करते हैं। अंतकाल में भगवान शिव के धाम शिवपुर अर्थात स्वर्ग की प्राप्ति होती है, उसे मोक्ष मिलता है। अयोध्यादास को प्रभु आपकी आस है, आप तो सबकुछ जानते हैं, इसलिए हमारे सारे दुख दूर करो भगवन।

सहस कमल में हो रहे धारी। कीन्ह परीक्षा तबहिं पुरारी॥

जगकर्ता जगभर्ता जगसंहारकर्ता ॥ ॐ जय शिव…॥

अर्थ: हे शिव शंकर भोलेनाथ आपने ही त्रिपुरासुर (तरकासुर के तीन पुत्रों ने ब्रह्मा की भक्ति कर उनसे तीन अभेद्य पुर मांगे जिस कारण उन्हें त्रिपुरासुर कहा गया। शर्त के अनुसार भगवान शिव ने अभिजित नक्षत्र में असंभव रथ पर सवार होकर असंभव बाण चलाकर उनका संहार किया था) के साथ युद्ध कर उनका संहार किया व सब पर अपनी कृपा की। हे भगवन भागीरथ के तप से प्रसन्न हो get more info कर उनके पूर्वजों की आत्मा को शांति दिलाने की उनकी प्रतिज्ञा को आपने पूरा किया।

वेद माहि महिमा तुम गाई। अकथ अनादि भेद नहिं पाई॥

धन निर्धन को देत सदाहीं। जो कोई जांचे वो फल पाहीं॥

धन निर्धन को देत सदाहीं। जो कोई जांचे वो फल पाहीं॥

किया उपद्रव तारक भारी। देवन सब मिलि तुमहिं जुहारी॥

अस्तुति चालीसा शिवहि, पूर्ण कीन कल्याण॥

पुत्र हीन कर इच्छा कोई। निश्चय शिव प्रसाद तेहि होई॥

कीन्ह दया तहँ करी सहाई । नीलकण्ठ तब नाम कहाई ॥

नमो नमो दुर्गे सुख करनी। नमो नमो दुर्गे दुःख हरनी॥ निरंकार है ज्योति तुम्हारी। तिहूँ लोक फैली उजियारी॥

जम कुबेर दिगपाल जहां ते। कबि कोबिद कहि सके कहां ते।।

अस्तुति केहि विधि करौं तुम्हारी। क्षमहु नाथ अब चूक हमारी॥

Report this page